Vikas Divyakirti इंडिया के जाने-माने UPSC टीचर ,lecturer , लेखक , दार्शनिक है, Hindi Sahitya, Philosophy, History, Sociology जैसे Subject को पढ़ाते हैं Philosophy में PHd की की है इन्होंने Drishti IAS नाम से अपनी संस्था भी चलाते हैं जिसमे यह UPSC की सम्पूर्ण तैयारी करवाते हैं यह खुद 1996 बैच के Civil Servant रह चुके हैं Central Secretariat Service by Government of India मैं Section Officer के रूप में कार्यरत थे [1]
Table of Contents
Vikas Divyakirti Wiki/bio [2]
full Name | Vikas Divyakirti |
Age | 50 year |
Date of birth | 26 December 1973 |
Height | 5 Feet 5 inch |
Weight | 65 kg |
Profession | Teacher Entrepreneur |
Home Town | Bhiwani, Haryana |
Brithplace | Bhiwani, Haryana |
Religion | Hinduism |
Cast | Rrya Samaj |
School | Saraswati Shishu Mandir |
Education | Doctor of Philosophy in Hindi literature |
College | Delhi University |
Famous For | UPSC Educator |
Hobbies | Reading Driving |
Marital status | Married |
Wife Name | Taruna Verma |
Who is Vikas Divyakirti And His Struggle Story[3]
Vikas Divyakirti का जन्म हरियाणा के भिवानी शहर में हुआ था उनकी परिवारआर्य समाज से बिलॉन्ग करती है उनके माता और पिता दोनों ही शिक्षक थे शुरुआत में एक नेता बनना चाहते थे और इसके पिताजी भी चाहते थे कि एक नेता बने
Vikas Divyakirti Education/Qualification
इन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई Saraswati Shishu Mandir भिवानी से की है यह शुरुआत से ही एक एवरेज छात्र रहे हैं इनकी माता श्री इसी स्कूल में पढ़ती थी इंग्लिश में तो यह बहुत ही कमजोर हुआ करते थे किसी तरह पास होते थे
12वीं कंप्लीट करने के बाद यह पढ़ने के लिए दिल्ली आ गई यहां पर उनका एक दोस्त रहता था उनके कहने पर इन्होंने dr zakir hussain कॉलेज में अपना नामांकन करवाया न और बीकॉम करने लगे लेकिन बीकॉम में ज्यादा पढ़ना होता था इसके लिए इन्होंने अपना सब्जेक्ट चेंज करवा कर B A History Honours करवाया B A में इनके टोटल Marks 51% आए थे लेकिन यह अपने कॉलेज की शुरुआती दिनों से ही Debites में बहुत जाया करते थे और Debites करते थे Debites में इनका बहुत ही दिलचस्प होता था कहीं भी Debites को किसी भी टॉपिक में हो यह बस वहां जाते Debites करते प्राइज मनी जीतने के लिए ही है Debites करते थे जिसे इनका खर्च का गुजारा होता था और यह शुरू में बनना भी चाहते थे एक नेता तो इसीलिए इन सब चीजों में इनका दिलचस्प हमेशा रहता था और यह कॉलेज इलेक्शन में भी खड़ा होना चाहते थे लेकिन किसी कारण से वह कॉलेज इलेक्शन में खड़ा नहीं हो पाए थे
इसके बाद इन्होंने हिंदी साहित्य में अपना M A पूरा किया दिल्ली यूनिवर्सिटी के ZAKIR HUSAIN DELHI COLLEGE (EVENING) से इसके बाद इन्होंने LLB किया इसके बाद इन्होंने M.phil (Master of Philosophy) भी किया इन्होंने हिंदी साहित्य में अपना Phd भी किया दिल्ली यूनिवर्सिटी से
Vikas Divyakirti Career
इन्होंने अपनी करियर की शुरुआत अपने B A के 1st के बाद ही कर दी थी उनके घर में किसी कारण से आर्थिक तंगी होने के कारण इनका घर का बहुत ही हालत खराब हो गया था अपने घर के आर्थिक तंगी को देखते हुए इन्होंने अपने कॉलेज में होते हुए 17 साल की उम्र में कैलकुलेटर बेचना का सेल्समेन का काम शुरू कर दिया था
2 साल सेल्समैन का काम करने के बाद इन्होंने अपने रिश्तेदारी में जो रिश्ते में भाई लगता था उनके पास प्रिंटिंग का काम सीखा और फिर एक प्रिंटिंग कंपनी में काम करने लगा कुछ दिन प्रिंटिंग कंपनी में काम करने के बाद इन्होंने अपने बड़े भाई के साथ अपना पहला बिजनेस शुरू किया प्रिंटिंग प्रेस का जिन पर यह विजिटिंग कार्ड शादी कार्ड बैनर इस टाइप के प्रिंटिंग करते थे
B A 3rd Year आते-आते उनके बिजनेस अच्छे चल रहे थे तो इन्होंने अपने परिवार को दिल्ली फरीदाबाद बुला लिया और वहीं रहने लगे साथी साथ और यह डिबेट से भी पैसा कमाते इन्होंने अपना पढ़ाई भी जारी रखा
Vikas Divyakirti UPSC Journey
इन्होंने अपना पहला UPSC Attempt 1995 में 22 साल के उम्र में दिया था Exam के 7 दिन पहले इन्होंने फैसला किया था कि इस बार तैयारी अच्छी नहीं हुई है और इस बार Exam नहीं देंगे लेकिन घर वालों के कहने पर इन्होंने UPSC का एग्जाम दिया और पास भी किया रैंक आया था 384 इनको I A S का पोस्ट नहीं मिल पाया था
पहला पोस्ट ऑफर हुआ था CISF Assistant Commandant जो पहले UPSC का पाठ हुआ करती थी अब नहीं है लेकिन मेडिकली फिट नहीं होने के कारण इन्हें यह पोस्ट भी नहीं मिल पाया था दूसरा पोस्ट ऑफर हुआ Central Secretariat Service by Government of India मैं Section Officer का
जैसा की आपको पता है कि यूपीएससी क्रेक होने के बाद आपके बीच में एक से डेढ़ साल का समय दिया जाता है कि आप उसके बाद ज्वाइन कर सकते हैं कभी भी ,इन्होंने भी ऐसा ही किया और दूसरे Attempt की तैयारी करने लग गए क्योंकि इन्हें IAS बनना था
अपना M.phil कंप्लीट करने के बाद इन्होंने अपना दूसरा Attempt दिया जिसमें यह Mains Qualify नहीं कर पाए अपना Phd करने के दौरान इन्होंने अपना तीसरा Attempt दिया और Interview Round में Qualify नहीं कर पाए तब तक पहले वाले POST की Joining की तारीख आ गई थी
इसके बाद इन्होंने Delhi University. में assistant professor के रूप में भी पढ़ाने लगे और साथ ही साथ बच्चों को भी पढ़ने लगे एक बच्चे का बहुत ही ज़िद था कि हिंदी साहित्य पढ़ेंगे तो आपसे ही पढ़ेंगे तो उस बच्चे ने हाथ जोड़कर सर को पढ़ने के लिए मनाया और बच्चे ने ने ही बैनर पोस्टर लगाए और पहले ही बैच में उन्हें 12 बच्चे आए और दूसरे बैच में 35 बच्चे आए
तब तक यह फैसला बन चुके थे कि यह अब Job ज्वाइन नहीं करेंगे और बच्चों को ही पढ़ाएंगे इनके पिताजी से बात करने पर उनके पिताजी भी मान गए लेकिन अचानक उनके एक दोस्त घर पर आ गए इनको समझाने लगे और उनके घर वालों को समझाया और घर वाले भी पूरे तरह उनके बातोँ मैं आ गए की नहीं जब तो Job करना होगा फिर घर वालों के कहने पर इन्होंने अपना JOb ज्वाइन किया 1999 मैं Central Secretariat Service by Government of India मैं Section Officer के रूप में और 6 महीने के बाद ही इन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी
उसी शिवाजी कॉलेज में प्रोफेसर की नौकरी की भर्ती निकली थी और वह इंटरव्यू देने के लिए चले गए लेकिन कॉलेज वालों ने पूछा कि आपने जो रेजिग्नेशन दिया है उसको सरकार सरकार ने पूरी तरीके से स्वीकार कर लिया है यह विकास सर को पता नहीं था कि ऐसा कुछ होता है तो इसके चलते उन्हें वह जो वह नौकरी नहीं मिली उसके रेजिग्नेशन को सरकार के तरफ से स्वीकृति मिली 18 से 20 महीने के बाद
उसी टाइम विकास सर ने 1999 मैं शुरू किया अपना संस्थान Drishti IAS [4] उनके पढ़ाने के अंदाज और तजुर्बा लोगों को काफी पसंद आने लगा और धीरे-धीरे वह फेमस होते चले गए और उनके पड़े हुए पढ़े भी UPSC में सेलेक्ट होने लगे विकास सर हिंदी मीडियम और इंग्लिश मीडियम दोनों प्रकार के बच्चों को पढ़ाते हैं धीरे-धीरे इनका कारवां बनता चला गया और लोग उनके साथ जुड़ते गए आज में Drishti IAS 1000 से ज्यादा शिक्षक हैं उनके पढ़ाई हुए बच्चे UPSC TOP 5 ,TOP 8 में भी सेलेक्ट हो चुके हैं ऐसे बहुत सारे बच्चे हैं जो इन्हीं से पढ़ कर आज IAS और IPS बन चुके हैं 12th fail ips officer Manoj kumar Sharma ने इन्ही से पढाई की थी उसके बाद विकास सर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा कोई ऐसा छात्र UPSC की तैयारी करते हैं वह विकास सर के बारे में न जानता हो ऐसा हो ही नहीं सकता है
जब विकास सर केछात्र बहुत ही तादाद में सेलेक्ट होने लगे तो सर ने अपना चौथा Attempt 2003 मैं 5 साल बाद दिया अपने छात्र से छुपके दिया और उसमें भी विकास सर नाकामयाब रहे अपना प्रीलिम्स मुंबई में दिया और Mains बेंगलुरु में जाकर दिया कि कोई बच्चा अगर देख ले की सर अभी एग्जाम दे रहे हैं
यह सारी जानकारी इन्होंने लल्लन टॉप के Interview में दिया है आप जाकर उनकी उनकी पूरी वीडियो देख सकते हैं
Vikas Divyakirti Family [5]
उनके फैमिली में उनके माता-पिता और उनके दो भाई थे
इनके पिताजी विश्वविद्यालय है महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में हिन्दी के अध्यापक थे उनके पिताजी पक्का RSS वादी थे
Father’s name :-Professor (Name not public)
इनके माताजी हरियाणा में शहर भिवानी के Saraswati Shishu Mandir स्कूल में पढ़ाते थे यहां पर यह तीनों भाई पढ़ते थे
mother’s name :-School Teacher (Name not public)
इनके बड़े भाई USA में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है
brothers name;-Name not public
और उनके बीच वाले भाई DIG हैं
brothers name;-Name not public
Vikas Divyakirti Wife [6]
Wife Name:-Taruna Verma
Taruna Mam से मुलाकात अपने कॉलेज के दौरान हुई थी Taruna Mam ने एक डिबेट में भाग लिया था वहीं से इन दोनों की दोस्ती हुई और दोस्ती प्यार में बदल गईTaruna Mam विकास सर के कॉलेज में 1 साल जूनियर थी और वह भी यूपीएससी की प्रिपरेशन करती रही थी अभी Drishti IAS जुड़ी है फिर विकास सर ने अपने पापा से बात की और UPSC UPSC Attempt क्लियर होने के बाद इन दोनों ने शादी कर ली थी और अभी इनका एक बेटा है
Vikas divyakirti son name Satwik Divyakirti
Vikas Divyakirti Income/ Net worth
इनकी Monthly Income 8 से 10 लख रुपए है
इनकी Net worth है करीब 20 करोड रुपए [2]
Vikas Divyakirti movies
इनको दिखाया है जो इनके छात्र थे मनोज कुमार शर्मा आईपीएस के बायोपिक Movie 12th fail मैं
Vikas divyakirti son age
15 year
Vikas divyakirti height
5 feet 5 inch
Vikas divyakirti UPSC Roll number
978484
Vikas divyakirti UPSC Rank
384