Rameshbabu Praggnanandhaa जिन्हें सब प्यार से “Pragg” कहते हैं, भारत के सबसे युवा और होनहार chess player हैं। उनका जन्म 10 August 2005 को Chennai, Tamil Nadu में हुआ था। कम उम्र में ही उन्होंने अपनी चालों से दुनिया को हैरान कर दिया। सिर्फ 19 साल की उम्र में Praggnanandhaa ने वो किया जो बड़े खिलाड़ी भी नहीं कर पाते। 2023 में वह World Chess Cup के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बने, उनसे पहले केवल Viswanathan Anand पहुंचे थे। 2025 में उन्होंने Tata Steel Masters जीता और Anand के बाद यह जीतने वाले पहले भारतीय बने। उनकी तेज़ चालें और समझदारी ने उन्हें भारत ही नहीं, पूरी world में खास बना दिया है। Praggnanandhaa की कहानी एक साधारण परिवार और मां की मेहनत की मिसाल है, जिसने सपने को सच कर दिखाया।
Rameshbabu Praggnanandhaa wiki/bio
| Category | Details |
|---|---|
| Full Name | Rameshbabu Praggnanandhaa |
| Nickname | Praggu |
| Profession | Chess Grandmaster |
| Born | 10 August 2005, Chennai, Tamil Nadu |
| Age (2025) | 19 Years |
| Nationality | Indian |
| Father | Rameshbabu (Bank Manager) |
| Mother | Nagalakshmi (Homemaker) |
| Sister | R. Vaishali (IM & WGM) |
| School | Velammal Matriculation H.S. School, Chennai |
| Started Chess | Age 5 |
| Grandmaster Title | 17 April 2018 (Age 12y 10m) |
| Famous Wins | Against Magnus Carlsen (2022–24), Tata Steel Masters 2025 |
| Major Titles | IM (2016), GM (2018), World Cup Runner-up (2023) |
| World Rank (2025) | No. 4 |
| India Rank (2025) | No. 1 |
| Net Worth (2025) | $1–2.5 Million (₹8–20 Crore) |
| Income Sources | Chess Prizes, Sponsorships, Ads |
| Sponsors | Play Magnus, Ramco |
| Hobbies | Chess, Movies, Badminton, Cricket |
| Marital Status | Single |
| Inspiration | Viswanathan Anand |

Rameshbabu Praggnanandhaa Early Life & Family
Praggnanandhaa का जन्म एक साधारण Tamil परिवार में हुआ था। उनके पिता Rameshbabu Tamil Nadu Cooperative Bank में Manager हैं। बचपन में उन्हें Polio हो गया था, जिससे परिवार को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उनकी मां Nagalakshmi एक housewife हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई और सपनों को पूरा करने में लगाया। Praggnanandhaa की बड़ी बहन R. Vaishali खुद एक International Master (IM) और Woman Grandmaster (WGM) हैं।
Chess की शुरुआत Praggnanandhaa ने अपनी बहन Vaishali से प्रेरणा लेकर की। माता-पिता ने Vaishali को TV से दूर रखने के लिए chess सिखाया था। छोटे Pragg ने सिर्फ 3 years की उम्र में बहन को खेलते देखा और उन्हें भी chess से लगाव हो गया। धीरे-धीरे उन्होंने इस खेल को अपना सपना बना लिया। परिवार के पास पैसे की कमी थी, लेकिन मां-बाप ने हिम्मत नहीं हारी। उनकी मेहनत और Praggnanandhaa की लगन ने सब मुश्किलें आसान कर दीं। Father Rameshbabu ने शुरू में chess को लेकर संकोच किया, लेकिन बेटे की प्रतिभा देखकर पूरा साथ देने लगे।
Rameshbabu Praggnanandhaa Education
Rameshbabu Praggnanandhaa ने अपनी पढ़ाई Chennai के जाने-माने Velammal Matriculation Higher Secondary School से की। यही वह स्कूल है जहां भारत के युवा Grandmaster D. Gukesh ने भी पढ़ाई की थी। Velammal School chess के लिए मशहूर है क्योंकि यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ chess सिखाई जाती है। यह योजना तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री Jayalalithaa के ‘7 to 17 Program’ के तहत शुरू हुई थी।
Praggnanandhaa को पढ़ाई और chess practice दोनों को साथ लेकर चलना पड़ा। उनके माता-पिता और teachers ने हमेशा ध्यान रखा कि उनकी पढ़ाई में कोई कमी न आए। उनके पिता Rameshbabu ने कहा था, “Pragg शतरंज के साथ पढ़ाई में भी अच्छा है।” जब वह 2018 में Grandmaster बने, तब वह 9th class में थे। इतनी कम उम्र में यह बड़ी बात थी। फिर भी, Praggnanandhaa ने अपनी सभी exams पास कीं। यह उनके hard work, discipline, और dedication की सच्ची मिसाल है।

Career and success
प्रारंभिक साल (2013–2017)
प्रज्ञानंदा ने पाँच साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू किया। जल्दी ही उन्होंने जिला और राज्य स्तर पर जीत दर्ज करनी शुरू कर दी। 2012 में, सिर्फ 6 साल की उम्र में उन्होंने पांडिचेरी में हुई राष्ट्रीय अंडर-7 चैम्पियनशिप में Gold Medal जीता। अगले साल 2013 में, श्रीलंका के हिक्कदुवा में हुई Asian Under-8 Chess Championship में भी Gold Medal जीता। इसी साल उन्होंने World Under-8 Chess Championship दुबई में जीती। 2015 में Greece में हुई World Under-10 Championship में फिर से Gold Medal हासिल किया।
बड़ी उपलब्धियां (2016–2018)
2016 में, प्रज्ञानंदा सिर्फ 10 साल, 10 महीने और 19 दिन की उम्र में International Master (IM) बने — यह एक World Record था। 2017 में, उन्होंने World Junior Chess Championship में अपना पहला Grandmaster (GM) norm प्राप्त किया। 17 अप्रैल 2018 को, Heraklion, Greece में हुए Fischer Memorial Tournament में तीसरा GM norm हासिल कर वे Grandmaster बन गए। उस समय वे सिर्फ 12 साल और 10 महीने के थे — इससे पहले केवल Sergey Karjakin (12 साल 7 महीने) ही उनसे छोटे उम्र में GM बने थे।
अंतरराष्ट्रीय पहचान (2019–2022)
2019 में, उन्होंने Denmark Extracon Chess Open में 8.5/10 स्कोर के साथ जीत दर्ज की। उसी साल, World Under-18 Championship में 9/11 स्कोर के साथ Gold Medal जीता। दिसंबर 2019 में वे 2600 की रेटिंग पाने वाले दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने (14 साल, 3 महीने, 24 दिन)।
2022 में प्रज्ञानंदा दुनिया की नज़रों में आए। 20 फरवरी 2022 को उन्होंने Magnus Carlsen को Airthings Masters में हराया। मई 2022 में उन्होंने फिर से Chessable Masters में Carlsen को मात दी और फाइनल तक पहुंचे। FTX Crypto Cup 2022 में भी उन्होंने Carlsen को तीन बार हराया और दूसरा स्थान हासिल किया।
World Cup Final (2023)
2023 में, Rameshbabu Praggnanandhaa World Chess Cup के फाइनल में पहुंचे — ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने (18 वर्ष)। उन्होंने Fabiano Caruana को सेमीफाइनल में हराया। फाइनल में उनका मुकाबला Magnus Carlsen से हुआ, जिसमें Carlsen ने टाईब्रेक में जीत हासिल की। हालांकि, इस प्रदर्शन ने प्रज्ञानंदा को Candidates Tournament 2024 के लिए योग्य बना दिया।
नए कीर्तिमान (2024–2025)
2024 में, उन्होंने Candidates में 7/14 स्कोर किया और 5वां स्थान पाया। Norway Chess 2024 में उन्होंने Carlsen को classical format में पहली बार हराया। 45th Chess Olympiad 2024 में वे Indian Team के साथ Gold Medal जीतने में सफल रहे।
2025 में, उन्होंने Tata Steel Masters Tournament जीता, जहां उन्होंने Gukesh D को प्ले-ऑफ में हराया। यह जीत खास थी क्योंकि 2006 के बाद कोई भारतीय खिलाड़ी यह खिताब नहीं जीता था। मई 2025 में उन्होंने Superbet Chess Classic Romania जीता, जून में Uzbekistan Chess Cup में भी पहला स्थान पाया, और July 2025 FIDE Ranking में भारत के नंबर-1 खिलाड़ी बने तथा विश्व रैंकिंग में 4वें स्थान तक पहुंचे।
Rameshbabu Praggnanandhaa Personal life and interests
Rameshbabu Praggnanandhaa बहुत सीधे और शांत स्वभाव के युवक हैं। शतरंज के अलावा उन्हें बैडमिंटन, टेबल टेनिस खेलना और फिल्में देखना पसंद है। वे क्रिकेट देखने के भी शौकीन हैं। घर पर वे और उनकी बहन वैशाली हर दिन करीब 5-6 घंटे शतरंज की प्रैक्टिस करते हैं। परिवार की परंपरा के अनुसार, वे हर खेल की पहली चाल से पहले प्रार्थना करते हैं। उन्हें घर का बना खाना बहुत पसंद है — खासकर माँ के हाथों का सांभर और चावल।
निजी जीवन और चर्चा
रिश्तों की बात करें तो Rameshbabu Praggnanandhaa की किसी गर्लफ्रेंड या पत्नी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अभी वे 19 साल के हैं और पूरी तरह अपने शतरंज करियर पर ध्यान दे रहे हैं। हाल ही में मैग्नस कार्लसन की पत्नी एला विक्टोरिया कार्लसन ने एक इंटरव्यू में कहा कि कार्लसन को लगता है, प्रज्ञानंदा का खेलने का तरीका उनसे सबसे ज़्यादा मिलता है। यह बात दिखाती है कि प्रज्ञानंदा का खेल कितना बेहतरीन और सम्मानित है।
Rameshbabu Praggnanandhaa Income and assets
Rameshbabu Praggnanandhaa की कमाई के मुख्य जरिये हैं — शतरंज मुकाबलों की इनामी राशि, स्पॉन्सर, विज्ञापन सौदे और सरकार की मदद। 2023 के FIDE World Cup में उन्हें करीब 80,000 डॉलर यानी लगभग 66 लाख रुपये की इनामी रकम मिली। 2022 में Julius Baer Championship में उन्होंने 6,000 डॉलर जीते। उनके बड़े स्पॉन्सर में Play Magnus (Online Chess App) और Ramco हैं।
2025 में प्रज्ञानंदा की कुल संपत्ति करीब 1 से 2.5 मिलियन डॉलर (₹8–20 करोड़) के बीच मानी जाती है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, उनकी मासिक कमाई लगभग 1 लाख डॉलर और सालाना आय करीब 6 मिलियन डॉलर है। इतनी कम उम्र यानी 19 साल में यह बहुत बड़ी सफलता मानी जाती है।
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारी और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारियों की पूरी तरह से सटीकता की गारंटी नहीं है। किसी भी तथ्यात्मक गलती के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे। Net Worth से जुड़ी जानकारियाँ समय के साथ बदल सकती हैं।
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