ज़िंदगी में कभी-कभी हालात हमें इतना गिरा देते हैं कि लगता है अब उठ पाना मुश्किल होगा। लेकिन हकीकत ये है कि गिरने के बाद जो इंसान फिर उठ खड़ा होता है, वही इतिहास रचता है। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले ईश्वर गुर्जर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। एक समय 10वीं की परीक्षा में फेल होने वाले इस युवक ने हार नहीं मानी और आखिरकार UPSC परीक्षा पास कर IPS अधिकारी बनकर सबके लिए प्रेरणा बन गए
Childhood and Family Background

Ishwar Gurjar का जन्म राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक साधारण किसान परिवार में हुआ। उनके पिता, सुवलाल गुर्जर, खेती-बाड़ी से परिवार चलाते थे, जबकि माँ सुखी देवी गृहिणी हैं। परिवार में आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत नहीं थी, लेकिन संस्कार और संघर्ष करने का जज़्बा बचपन से ही ईश्वर को मिला।
Initial failure and disappointment

2011 में ईश्वर ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा दी, लेकिन पहली ही कोशिश में वे असफल हो गए। यह उनके जीवन का कठिन समय था। उस दौर में वे काफी हताश हो गए और पढ़ाई छोड़ देने तक का विचार आया। मगर उनके पिता ने उन्हें समझाया — “एक बार असफल हो जाना ज़िंदगी का अंत नहीं है, बल्कि ये आगे बढ़ने की शुरुआत हो सकती है।” यही बात उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा बन गई।
New beginnings and the path of education

पिता की सीख को दिल में उतारकर ईश्वर ने 2012 में फिर से 10वीं की परीक्षा दी और पास हुए। इसके बाद उन्होंने 12वीं कक्षा अच्छे अंकों से पूरी की और फिर उच्च शिक्षा के लिए एमडीएस यूनिवर्सिटी, अजमेर से स्नातक की पढ़ाई की। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने खुद पर विश्वास करना भी सीखा।
Journey from teacher to UPSC
साल 2019 में ईश्वर को सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी मिल गई। यह उनके करियर की पहली बड़ी उपलब्धि थी। लेकिन उनका सपना सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं था। वे देश की सेवा करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी। 2019 में UPSC की पहली कोशिश असफल रही। 2020 में वे इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन अंतिम सूची में नाम नहीं आया। 2021 में भी सफलता नहीं मिली। तीन बार लगातार असफलता मिलने के बाद भी ईश्वर ने हार नहीं मानी।
Success in UPSC and becoming an IPS
लगातार मेहनत और धैर्य का परिणाम आखिरकार मिला। 2022 में उन्होंने UPSC में ऑल इंडिया रैंक 644 हासिल की और IRS अधिकारी बने। 2023 में फिर प्रयास किया और AIR 555 के साथ IPS के पद पर चयनित हुए। 2024 में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए AIR 483 प्राप्त किया। आज वे एक सफल IPS अधिकारी हैं और लाखों युवाओं के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं।
ईश्वर गुर्जर की कहानी से सीख
ईश्वर गुर्जर की यात्रा हमें कई बड़ी बातें सिखाती है: असफलता ही सफलता की सीढ़ी है। पारिवारिक समर्थन सबसे बड़ी ताकत है।लगातार मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। सपने बड़े हों या छोटे, उन्हें पूरा करने के लिए धैर्य और आत्मविश्वास जरूरी है।
Disclaimer: यह लेख सार्वजनिक डोमेन और इंटरनेट स्रोतों पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है; निजी/वित्तीय जानकारी के कुछ हिस्से अनुमानित हो सकते हैं