Droupadi Murmu भारत की वर्तमान राष्ट्रपति हैं साल 2022 में स्वतंत्र इंडिया के 15वें राष्ट्रपति के रूप में इनको चुना गया है इन्होंने साल 2022 में भारत की जनता पार्टी की तरफ से उम्मीदवार के रूप में चुनाव के मैदान में उतरी और भारी मतों से अपनी जीत दर्ज कराई भारतीय इतिहास में यह पहली ऐसी राष्ट्रपति बनी जो एक आदिवासी समुदाय से बिलॉन्ग करते हैं और साथ ही साथ प्रतिभा पाटिल के बाद दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी 64 वर्ष की उम्र में राष्ट्रपति के रूप में सेवा देने वाली पहली युवा राष्ट्रपति बनी और साथ ही साथ यह आजादी के बाद जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति हैं इससे पहले जितने भी राष्ट्रपति हुए हैं उनका जन्म आजादी से पहले हुआ था इससे पहले 6 साल तक झारखंड की राज्यपाल थी और उससे पहले साल 2000 से 2009 तक उड़ीसा के Rairangpur से एक MLA के रूप में चुनी गई थी और साल 2000 से 2004 तक उड़ीसा सरकार में एक मंत्री भी थी पॉलिटिक्स में इंटर होने से पहले यह एक टीचर थी तो आईए जानते हैं इनकी संघर्ष की कहानी को कि इन्होंने कब और कैसे शुरुआत की और एक टीचर से लेकर एक राष्ट्रपति का सफर कैसे तय किया
Table of Contents
Droupadi Murmu wiki/bio
Attribute | Details |
---|---|
Name | Droupadi Murmu |
Real Name | Durgi Biranchi Tudu |
Age | 65 years (as of 2024) |
Date of Birth | 20 June 1958 |
Height | Not Publicly Disclosed |
Weight | Not Publicly Disclosed |
Profession | Politician, President of India |
Home Town | Uparbeda village Rairangpur, Odisha |
Birthplace | Uparbeda village Rairangpur, Odisha |
Religion | Hindu |
Caste | Tribal |
School | Girl’s High School Unit-2 Bhubaneswar |
Education | BA |
College | Rama Devi Women’s College Bhubaneswar |
Famous For | First tribal woman president of India |
Hobbies | Social service, promoting education |
Marital Status | Widow |
Who is Droupadi Murmu And her Story
[ Ref] Droupadi Murmu का जन्म उड़ीसा के बैदापोसी इलाके के उपरबेदा गांव में एक आदिवासी परिवार में हुआ था उनके पिता खेती-बाड़ी का काम करते थे उनके पिता और दादा उस गांव के पुराने जमाने से सरपंच यानी मुखिया के तौर पर थे उनके परिवार ने उनका बचपन का नाम दुर्गी टुडू रखा था जो उनकी दादी के नाम पर रखा गया था और उनका उपनाम वेदी था जो बाद में बदलकर पुती बन गया उसके शुरुआती दिनों में उसके स्कूल में शिक्षक ने उनका नाम द्रौपदी रखा इस प्रकार से उनके कई नाम उनके नाम में कई बदलाव हुए
Droupadi Murmu Education
इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने गांव के प्राइमरी स्कूल से की 5 साल की उम्र में आगे की पढ़ाई करने के लिए भुवनेश्वर चली गई जहां पर उन्होंने गर्ल हाई स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और उसके बाद रामादेवी महिला कॉलेज भुवनेश्वर से अपनी BA की डिग्री कंप्लीट किया
फिर इनकी साल 1980 में श्याम चरण मुर्मू से शादी हो गई जिनका बाद में देहांत हो गया था एक रोड एक्सीडेंट में
यह शुरुआत से ही भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर की बहुत ही सहना करती थी बहुत ही प्रशंसा करती थी और उनके राह पर चलना चाहती थी यानी उनके नक्शे कदम पर चलना चाहती थी
Droupadi Murmu Early career
इन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1979 में उड़ीसा सरकार के सिंचाई विभाग में एक जूनियर असिस्टेंट के रूप में किया था जहां पर उन्होंने साल 1983 तक काम किया और फिर उसके बाद साल 1994 में इन्होंने रैरंगपुर में श्री ऑरोबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन और रिसर्च सेंटर में शिक्षक के रूप में अपनी सेवा प्रदान की जहां पर उन्होंने हिंदी गणित ओड़िया और भूगोल जैसी विषय को पढ़ाया करती थी उन्होंने अपनी स्कूल में कभी भी पूरा वेतन नहीं लिया क्योंकि यह बहुत ही सरल और सदा जिंदगी जीती थी और यह अकेले होने के कारण बहुत ही कम पैसों में इनका गुजारा हो जाया करता था
Droupadi Murmu Political career
इन्होंने अपनी पोलिटिकल कैरियर की शुरुआत साल 1997 में रैरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद के रूप में की थी एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव में हिस्सा लिया था उसे समय पर उसे उस सीट पर महिला आरक्षण के कारण इन्होंने अपनी जीत दर्ज की चुनाव जीतने के बाद इन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली और फिर भाजपा में शामिल हो गई फिर साल 2000 में इन्होंने रैरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार एक विधायक बनी भाजपा उम्मीदवार के रूप में उस समय पर उड़ीसा में भाजपा और बीजेपी की बीजेडी सरकार बनी जिसके कारण इन्हें पहली बार मंत्री बनने का भी मौका मिला 2000 से 2006 तक यह परिवहन मंत्री के रूप में अपने कार्यभार को संभाला और फिर 2002 से 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री के रूप में अपने कार्यभार को संभाल
Droupadi Murmu MLA(2000-2009
रैरंगपुर क्षेत्र से दो बार विधायक चुनी गई यह करीब 2000 से 2009 तक एक विधायक रही इन्हें उड़ीसा विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में नीलकंठ पुरस्कार से नवाजा गया और फिर 2009 में इन्होंने अपने विधायक के पद से इस्तीफा देकर urbhanj लोकसभा क्षेत्र से लोकसभा सांसद के लिए चुनाव के मैदान में उतरी और फिर यह चुनाव हार गई क्योंकि उसे समय तक बीजेपी और बीजेडी की गठबंधन आपस में टूट चुकी थी और फिर इसके बाद 2013 में इन्हें भाजपा द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जिला अध्यक्ष के रूप में चुनी गई और 2015 तक की एक जिला अध्यक्ष रही
Droupadi Murmu Governor of Jharkhand (2015–2021)
फिर साल 2015 मैं झारखंड की राज्यपाल बनने का मौका मिला झारखंड के इतिहास में राज्यपाल बनने वाली पहली महिला है द्रौपदी मुर्मू इनके कार्यकाल में पूरे 6 साल झारखंड के सत्ता में बीजेपी की सरकार रही और साथ ही साथ केंद्र में भी बीजेपी की सरकार रही फिर साल 2019 में बीजेपी को हराकर झारखंड के नए मुख्यमंत्री बने हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इन्होंने ही शपथ दिलाई फिर 6 साल के बाद 2021 में इनका कार्यकाल समाप्त हुआ
Droupadi Murmu President of India (2022–present)
फिर साल 2022 में NDA यानी भाजपा के तरफ से राष्ट्रपति के चुनाव में द्रोपति मुर्मू को उम्मीदवार बनाया गया अन्य पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार उतारा 21 जुलाई 2022 को 64 परसेंट मत प्राप्ति के साथ 15वीं राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू को चुना गया एक महिला अध्यापक से एक राष्ट्रपति बनने का सफर जितना सुनने में आसान लगता है उतना पानी में नहीं है उनकी यह सफर किन-किन मुश्किल और परेशानियों से गुजरा यह खुद ही बता सकती हैं
Droupadi Murmu Family
उनके परिवार की ज्यादा जानकारी नहीं है बट इतनी सी जानकारी कि उनके माता-पिता और उनके एक दादाजी थे इनके पिता खेती-बाड़ी का काम करते थे उनकी माता श्री हाउसवाइफ थी
Father’s Name:-Biranchi Narayan Tudu
Mother’s Name:-Biranchi Narayan Tudu.
Droupadi Murmu husband
इनकी शादी साल 1980 में श्याम चरण निर्गुण से हुआ था जो एक बैंक अधिकारी थे उनके दो बेटे और एक बेटी थी उनके पति और दोनों बेटू की कर एक्सीडेंट में मौत हो गई थी
Droupadi Murmu Income Networth
एक राष्ट्रपति के रूप में 2024 के बजट के अनुसार इन्हें करीब हर महीने के ₹500000 मिलते हैं [ref] और उनकी संपत्ति करीब 2 करोड़ [ref] के आसपास बताई जा रही है जो इन्होंने इलेक्शन कमीशन के बुर में दिखाया गया था
इसे भी देखें:-
Deepak Daiya biography :-Samsung J2 Phone से 4 Million Subscribers तक का सफर
कौन थे OSHO सेक्स गुरु या आध्यात्मिक गुरु एक रहस्यमयी गुरु की कहानी